Delhi: किसी ने सही कहा है कि मंजिल उन्हीं को मिल पाती है जो बिना हार माने उस मंजिल को पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। आज ऐसे ही एक फौजी की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं जिसने कभी हार नहीं मानी और आज कई लोगों के लिए मिसाल बन चुका है। इस फौजी और होनहार का नाम दीपक है जो हरियाणा के पानीपत के रहने वाले हैं।
दीपक ने अपनी जिंदगी में कई उतार चढ़ाव देखें हैं लेकिन कभी हार नहीं मानी। आज हर कोई दीपक पर गर्व कर रहा है। फौज में जाने के बाद दीपक को अपना हाथ गंवाना पड़ा लेकिन दीपक के हौंसले कमजोर नहीं पड़े और आज वे खेलों में अपनी पहचान बना रहे हैं। आइए जानते हैं दीपक के बारे में
फौज की ट्रेनिंग के दौरान ही हुआ बड़ा हादसा
हरियाणा के पानीपत के रहने वाले दीपक आज कई लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। बचपन से ही दीपक ने फौज में जाने का सपना देखा था। खेल कोटे से दीपक फौज में जाना चाहते थे और वे 2017 में फौज में शामिल भी हो गए। इसके बाद दीपक की ट्रेनिंग भी शुरू हुई। एक दिन हिसार आर्मी स्कूल से दीपक अपने कमरे पर जा रहे थे और इस दौरान बस से उतरते वक्त उनका एक हाथ बस में फँसकर कट गया।
ऐसे में दीपक की पूरी जिंदगी ही बदल गई। कुछ समय तक दीपक बेड रेस्ट पर रहे लेकिन वे नौकरी को गंवाना नहीं चाहते थे इसलिए उनके साथियों ने उनका हौंसला बढ़ाया और दीपक ने खेलों में कमाल दिखाना शुरू कर दिया। कई खेलों में दीपक ने भाग लिया और कई मेडल जीतकर प्रदेश का नाम भी रोशन कर चुके हैं।
खेलों में जीत चुके हैं कई मेडल
अब तक दीपक कई मेडल अपने नाम कर चुके हैं। लॉन्ग जंप में दीपक काफी माहिर हैं। राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लॉन्ग जंप में दीपक ने 12 मेडल हासिल किए हैं। 2022 में सर्विसेज गेम्स में 100 मीटर दौड़ में भी दीपक ने गोल्ड हासिल किया है। इस दौरान लॉन्ग जंप में दीपक ने रजत जीता। अब दीपक 2023 के पैरा एशियन गेम्स की तैयारी कर रहे हैं।