अंबाला : रेलवे भी कबाड़ को बेचकर अच्छी ख़ासी कमाई करता है। रेल परिसर और पटरियों के किनारे जितना भी कबाड़ रहता है। उसे बेचकर रेलवे अच्छी ख़ासी कमाई कर लेता है और अच्छा खासा राजस्व भी हासिल कर लेता है। इस मामले में इस बार भी उत्तर रेलवे टॉप पर रहा है। बताया जा रहा है कि कबाड़ बेचने में उत्तर रेलवे सबसे आगे है।
इस बार भी उत्तर रेलवे ने कबाड़ बेचकर करोड़ों का राजस्व इकट्ठा कर लिया है। हालांकि पिछले साल से कमाई थोड़ी कम हुई है लेकिन इस बार भी उत्तर रेलवे ने कबाड़ बेचकर करोड़ो में कमाई की है। आइए जानते है खबर से जुड़ी खास बातें
उत्तर रेलवे ने कबाड़ बेचकर हासिल किया करोड़ों का राजस्व
बताया जा रहा है कि उत्तर रेलवे ने कबाड़ बेचकर 205.03 करोड़ का राजस्व इकट्ठा किया है। ये कमाई काफी ज्यादा बढ़िया बताई जा रही है। कबाड़ बेचकर अंबाला मंडल ने 31.47 करोड़, फिरोजपुर मंडल ने 29.08 करोड़, दिल्ली मंडल ने 115.70 करोड़, मुरादाबाद मंडल ने 17.26 करोड़ और लखनऊ मंडल ने 11.51 करोड़ का राजस्व इकट्ठा किया है। रेल परिसर और पटरियों के किनारे पड़े कबाड़ को बेचकर रेलवे को ये मुनाफा होता है। कबाड़ बेचकर सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने में उत्तर रेलवे ने पहला स्थान हासिल किया है।
पिछली बार से कम हुई है कमाई
बताया जा रहा है कि बेशक इस बार भी उत्तर रेलवे कबाड़ बेचकर राजस्व इकट्ठा करने में सबसे आगे है लेकिन पिछली बार से मुनाफा कम हुआ है। पिछली बार उत्तर रेलवे ने कबाड़ बेचकर 227.71 करोड़ कमाए थे लेकिन इस बार 205.03 करोड़ का ही मुनाफा हो पाया है।