हरियाणा भी औद्योगिक और आर्थिक विकास के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। लंबे समय से हरियाणा के ऐसे कई इलाके हैं जो हरियाणा की आर्थिक मजबूती का आधार बने हुए हैं जिसमें फ़रीदाबाद, गुरुग्राम और पलवल भी शामिल हैं। फ़रीदाबाद और पलवल में तो लंबे समय से औद्योगिक विकास किया जा रहा है और इसी के चलते इस क्षेत्र को मेनचेस्टर भी कहा जाता है।
गुरुग्राम भी हरियाणा को नई पहचान देने का काम कर रहा है। 1980 में ही गुरुग्राम में मारुति कंपनी आई थी और इसके बाद से ही गुरुग्राम औद्योगिक क्षेत्र में काफी आगे बढ़ रहा है। वैश्विक स्तर पर गुरुग्राम भी साइबर हब के तौर पर पहचान बना चुके हैं।
दक्षिण हरियाणा को मिल रही बढ़िया कनेक्टिविटी
दक्षिण हरियाणा में अब कनेक्टिविटी को भी काफी बेहतर बना दिया गया है। केएमपी एक्सप्रेस वे और कुंडली गाज़ियाबाद पलवल एक्सप्रेस वे बनने के बाद इन इलाकों को न सिर्फ एनसीआर इलाकों से बल्कि यूपी से भी बढ़िया कनेक्टिविटी मिल गई है। हाल ही में हरियाणा रेल ऑर्बिटल कॉरिडोर का शिलान्यास भी किया जा चुका है। वहीं दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे भी हरियाणा के इन्हीं इलाकों से होकर निकलने वाला है। जिससे हरियाणा के कई शहरों को लाभ मिलने वाला है। गुरुग्राम के बाद अब सोनीपत का विकास करने की मुहिम भी शुरू हो चुकी है।
इन इलाकों का नहीं हो पाया विकास
नुंह भी फ़रीदाबाद और गुरुग्राम के आस पास का ज़िला है लेकिन विकास के मामले में नुंह अभी पिछड़ा हुआ है। हालांकि नुंह की समग्र रैंकिंग में काफी सुधार देखा गया है लेकिन स्मार्ट सिटी के करीब होकर भी इस ज़िले का पिछड़ा होना कई बड़े सवाल खड़े कर देता है। लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही इस ज़िले को भी विकसित किया जाने वाला है।