Delhi: कृषि के क्षेत्र में काफी कुछ नया किया जा रहा है। अलग अलग तकनीकों को भी विकसित करने का काम किया जा रहा है। खेती बाड़ी में नई नई तकनीक आने से पैदावार भी अच्छी ख़ासी बढ़ रही है। वहीं अब खबर आ रही है कि हरियाणा में एयरोपोनिक तकनीक को मंजूरी मिल चुकी है जिससे अब हवा में ही आलू कि खेती की जाने वाली है।
पोटैटो टेक्नोलॉजिकल केंद्र शामगढ़ ने इस क्षेत्र में सराहनीय काम किया है। शामगढ़ पोटैटो सेंटर और इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर के बीच एमओयू हो चुका है और सरकार से हरियाणा में एयरोपोनिक तकनीक को लेकर भी मंजूरी मिल चुकी है। अब बिना जमीन और मिट्टी के ही हवा में आलू की खेती बाड़ी की जाने वाली है।
ऐसे की जाएगी हवा में आलू की खेती
इस तकनीक को आलू की खेती के लिए बेहद खास बताया जा रहा है जिसमें लैब से आलू को हार्डनिंग यूनिट में पहुंचाया जाता है। वहीं पौधों की जड़ों को बावस्टीन में डुबोया जाता है जिससे पौधे में किसी भी तरह का फंगस नहीं लग पाए। इसके बाद बेड बनाकर इन पौधों को कॉकपिट में लगा दिया जाता है फिर 10-15 दिन बाद पौधों को एयरोपोनिक पॉट में लगाया जाता है कुछ समय के बाद ही इसमें आलू की फसल तैयार हो जाती है। जानकारी के अनुसार इस तकनीक में जड़ों के सहारे ही न्यूट्रीएंट्स भेजे जाते हैं।
इस तकनीक से बढ़ेगी पैदावार
जानकारी के अनुसार आलू के उत्पादन में ग्रीन हाउस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है जिससे पैदावार थोड़ी कम होती है। लेकिन एयरोपोनिक तकनीक से आलू की पैदावार काफी अच्छी होती है। इस तकनीक से पैदावार में 10-12 गुना की वृद्धि होने की खबर है जिससे किसानों को भी काफी लाभ मिलने वाला है। इस तकनीक से किसान भी अच्छी ख़ासी कमाई कर सकते हैं।