Delhi: हरियाणा में पिछले कुछ समय से मेडिकल छात्रों द्वारा बॉन्ड पॉलिसी को लेकर विरोध किया जा रहा था। स्टूडेंट्स भी इस बॉन्ड पॉलिसी में सरकार से बदलाव की मांग कर रहे थे और इसके लिए ही स्टूडेंट्स ने धरना देने के साथ साथ भूख हड़ताल भी की थी। लेकिन अब स्टूडेंट्स की भूख हड़ताल खत्म हो चुकी है। बताया जा रहा है कि हरियाणा सरकार द्वारा भी बॉन्ड पॉलिसी में बदलाव कर दिया गया है जिसके बाद स्टूडेंट्स भी खुश नज़र आ रहे हैं और सरकार के बदलाव से अब एमबीबीएस के स्टूडेंट्स भी संतुष्ट हैं। स्टूडेंट्स के कई दिनों की मेहनत अब रंग लाई है। आइए जानते हैं खबर से जुड़ी खास बातें
सरकार ने बॉन्ड पॉलिसी में किया बदलाव
हरियाणा सरकार द्वारा मेडिकल छात्रों की बॉन्ड पॉलिसी में बदलाव करने का फैसला किया है। स्टूडेंट्स की मांगों को भी स्वीकार कर लिया गया है। बॉन्ड अवधि को अब 7 साला के बजाए 5 साल कर दिया गया है। वहीं राशि को भी 40 लाख से घटकर 30 लाख रूपये करने का फैसला किया है। लड़कियों को भी 10% की छूट दी जा रही है। वहीं एमबीबीएस के बाद 1 साल बाद नौकरी की गारंटी भी दी गई है। बताया जा रहा है कि लड़को को अब 25 लाख और लड़कियों को 23 लाख बॉन्ड के तौर पर जमा कराने होंगे।
एकेडेमिक मांगों को भी किया गया स्वीकार
इसी के साथ स्टूडेंट्स कि कुछ अकादमिक मांगे भी थी जिसे पीजीआई रोहतक कि वाइस चांसलर ने भी स्वीकार कर लिया है। 1 नवंबर से ही स्टूडेंट्स ने धरना देना शुरू किया था और 24 नवंबर को बच्चे भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। 54 दिनों के संघर्ष के बाद ही अब स्टूडेंट्स की मेहनत रंग लाई है। अब ये स्टूडेंट्स भी सरकार के इस फैसले से खुश हैं और सरकार की तारीफ कर रहे हैं।