Delhi: दिल्ली में आमजन को सुविधा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार का उद्देश्य भी सरकारी कामों में पारदर्शिता लाना है। इसके लिए अब दिल्ली में ड्राइविंग टेस्ट को भी पूरी तरह से ऑटोमेटेड किया जा रहा है। इसके लिए कई ऑटोमेटिक ट्रैक भी बनाए जा रहे हैं जिसमें लाडो सराय ट्रैक का काम भी पूरा होने वाला है। दिल्ली में इस समय 12 ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक संचालित किए जा रहे हैं और यह 12 ट्रैक पहले ही ऑटोमेटिक हो चुके हैं। अब लाडो सराय ट्रैक को भी ऑटोमेटेड करने का काम अंतिम चरण में है। इससे ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के प्रोसेस में भी पारदर्शिता लाई जाएगी।
अंतिम चरणों में है लाडो सराय ट्रैक का काम
दिल्ली में ड्राइविंग टेस्ट को पूरी तरह से ऑटोमेटेड किया जा रहा है। 12 ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक पहले ही ऑटोमेटिक हो चुके हैं और अब 13वें ट्रैक को भी ऑटोमेटिक किया जा रहा है। इसका काम अंतिम चरण में है। बताया जा रहा है कि इन ट्रैक का उद्देश्य ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में मानव हस्तक्षेप को पूरी तरह से खत्म करना और इस काम में पारदर्शिता को लाना है। अब लाइसेंस सिर्फ उन्हीं लोगों को मिल सकता है जिन लोगों को ड्राइविंग आती है। लाडो सराय ट्रैक पर भी सेंसर और कैमरे लगाए जा चुके हैं और इसके ऑटोमेशन का काम अंतिम चरण में है।
ऐसे होता है ऑटोमेटिक ट्रैक पर ड्राइविंग टेस्ट
बताया जा रहा है कि ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक पर सेंसर और कैमरे लगाए जाते हैं। इन्हीं के माध्यम से 24 ड्राइविंग पैरामीटर्स पर टेस्ट किया जाता है। इसमें किसी भी तरह का मानवीय हस्तक्षेप नहीं होता है और केवल वही लोग इस परीक्षा में पास हो पाते हैं जिन्हें ट्रैफिक नियमों का और ड्राइविंग का अच्छा ज्ञान होता है। 2018 में पहला ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट दिल्ली में खोला गया था और अब इसकी संख्या 13 हो चुकी है।