Delhi: भारतीय रेलवे को लगातार अपडेट करने का काम किया जा रहा है। इसके लिए देश में हाई स्पीड ट्रेन चलाई जा रही हैं और हाई स्पीड ट्रेनों को चलाने के लिए ट्रैक को भी अपग्रेड किया जा रहा है। वहीं अब खबर है कि भारतीय रेलवे की रफ्तार भी बढ़ेगी क्योंकि अलग-अलग रूट पर ट्रैक को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का काम चल रहा है। अब दिल्ली से पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन तक भी ट्रेनों को सुरक्षित और तेज स्पीड में चलाया जा सकेगा। इस रूट पर भी इलेक्ट्रॉनिक इंटर लॉकिंग का काम किया जा चुका है और अब ट्रेनों को तेज रफ्तार से दौड़ाया जा सकता है। आइए जानते हैं इस खबर को विस्तार से
इलेक्ट्रोनिक इंटरलॉकिंग का काम हुआ पूरा
जानकारी के अनुसार गाजियाबाद से दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन तक जाने 762 किलोमीटर लंबे रूट पर मैकेनिकल इंटरलॉकिंग के बजाए इलेक्ट्रोनिक इंटरलॉकिंग का काम किया गया है। जिससे अब ट्रेनों को तेज रफ्तार से सुरक्षित रूप से चलाया जा सकता है। दिल्ली अंबाला, दिल्ली हावड़ा, दिल्ली मुंबई रोड पर भी इलेक्ट्रोनिक इंटरलॉकिंग और काम हो चुका है इससे अब इन रूटों पर भी 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों को दौड़ाया जा सकता है।
एबीएस मिशन पर चल रहा है काम
इस समय रेलवे द्वारा स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग पर काम किया जा रहा है। इस सिस्टम से स्टेशन मास्टर सभी ट्रेनों के रूट को तय करेगा और उसके बाद वहीं से ही उसे कंट्रोल भी करेगा। उदाहरण के लिए यदि दिल्ली से भटिंडा तक सिंगल लाइन है तो इस पर 40 से 50 ट्रेनों को चलाया जा सकता है लेकिन यदि डबल लाइन है और इलेक्ट्रॉनिक्स इंटरलॉकिंग से लैस है तो इसमें अनलिमिटेड ट्रेनों को सुरक्षित रूप से चलाया जा सकता है।