Delhi: हरियाणा की शादियों में भात का काफी महत्व होता है। भात में एक भाई अपने भांजे या भांजी की शादी के वक्त भात लेकर जाता है। बहन भी इस समय अपने भाई का बेसब्री के साथ इंतजार करती है। अब हाल ही में हरियाणा के पानीपत के एक गांव में भात का कार्यक्रम आयोजित हुआ जो बेहद अनोखा रहा।
पानीपत के धनसौली गांव में जींद जिले के बुड्ढाखेड़ा से दो बहने अपनी भांजी का भात भरने पानीपत के गांव आई। जहां कुछ लोग लड़का और लड़की में आज भी भेदभाव करते हैं उनके लिए यह कहानी किसी मिसाल से कम नहीं हो सकती। यहां दो बहनों ने एक भाई होने का फर्ज निभाया है जिसके बाद हर कोई इस कहानी को जानकर भावुक हो गया है। आइए जानते हैं
हरियाणा के इस गांव में दो बहनों ने भरा अपनी भांजी का भात
दरअसल पानीपत के गांव धनसोली के रहने वाले सुरेंद्र और सरोज की बेटी खुशबू की शादी 12 फरवरी को थी। भांजी की शादी में मामा को भात भरने आना था लेकिन सरोज का कोई भी भाई नहीं है। बहन को भाई की कमी महसूस ना हो इसी कारण से सरोज की दो चचेरी बहनों सिमरन और गगनदीप ने भांजी का भात भरा। जींद के बुड्ढाखेड़ा गांव से दोनों बहने भांजी का भात भरने आई। जिसके बाद पानीपत के धनसौली गांव में भी दोनों का शानदार तरीके से स्वागत किया गया। सिमरन ने कहा कि उनकी बहन को भाई की कमी महसूस ना हो इसी कारण से उन्होंने यह फैसला किया है।
हर कोई कर रहा है गर्व
सिमरन के मुताबिक उनकी बहन सरोज उनसे 20 साल बड़ी है और हमेशा उन्होंने भाई का फर्ज निभाया है इसलिए अब सिमरन और गगनदीप ने भी अपना फर्ज अदा किया है। इस दौरान भांजी खुशबू में भी कहा कि उसका मामा नहीं है तो क्या हुआ मौसी तो है। सिमरन और गगनदीप ने भात में 1-1 लाख रूपये नकद, 11 हजार की माला, 1 तोला सोना और 200 ग्राम चांदी के गहने दिए हैं। उन्होंने बताया कि भात के लिए यह पैसा उन्होंने अपनी सैलरी से बचाकर ही इकट्ठा किया है।