Delhi: देश की पहली रीजनल रैपिड रेल का काम तेजी से किया जा रहा है। रैपिड रेल को सबसे पहले 17 किलोमीटर लंबे पहले फेस यानी साहिबाबाद से दुहाई तक चलाया जाएगा। इसके बाद दिल्ली से मेरठ के पूरे रूट पर रैपिड रेल सुविधा को शुरू किया जाएगा। बताया जा रहा है कि पहले रैपिड रेल के मार्च में चलने की संभावना थी।
लेकिन अब यह प्रोजेक्ट लेट हो गया है अधिकारियों ने जानकारी दी है कि रैपिड रेल का संचालन जून से पहले शुरू नहीं किया जा सकेगा। हालांकि एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने हाल ही में साहिबाबाद स्टेशन का दौरा किया और इस दौरान उन्होंने रैपिड रेल से जुड़ी कई अहम जानकारी भी साझा की हैं। आइए जानते हैं
इस तरह से लेनी होगी टिकट
बताया जा रहा है ट्रेन की टिकट लेने के लिए यात्रियों को लाइन में लगकर समय नहीं व्यर्थ करना होगा। एनसीआरटीसी अपना एप्लीकेशन डिजाइन कर रही है। इस एप्लीकेशन के माध्यम से ही यात्री रैपिड रेल के लिए टिकट बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन पैसा देने के बाद ऐप के माध्यम से एक QR कोड मिलेगा जिसे स्टेशन पर लगी मशीन के सामने रखना होगा और स्टेशन पर एंट्री मिल जाएगी।
17 किलोमीटर के रूट पर पांच स्टेशन बनाए जा रहे हैं जिनका काम तेजी से चल रहा है। रैपिड रेल में एक प्रीमियम कोच भी लगाया गया है। जानकारी के अनुसार प्रीमियम कोच में एक चाय कॉफी वेंडिंग मशीन भी लगाई जाएगी जिसमें यात्री सिक्का डालकर चाय कॉफी का आनंद भी ले सकते हैं। इसी के साथ रैपिड रेल में व्हील चेयर और स्ट्रक्चर की भी सुविधा मिलेगी।
मेट्रो ट्रेन की तरह नहीं खुलेंगे सभी दरवाजे
अक्सर हम देखते हैं कि जब भी मेट्रो ट्रेन स्टेशन पर पहुंचते हैं तो ट्रेन के सभी दरवाजे ऑटोमेटिक खुल जाते हैं लेकिन रैपिड रेल में ऐसा नहीं होगा। रैपिड रेल में यात्री जिस भी दरवाजे के पास लगे बटन को दबाएगा। सिर्फ वही दरवाजा खुलेगा बाकी सभी दरवाजे बंद ही रहेंगे। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि रैपिड रेल के बाकी कोचों में कूलिंग बनी रहे।