Delhi: श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु वैष्णो देवी जाते हैं। माता वैष्णो के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को 12 किलोमीटर की कठिन ट्रैकिंग करनी पड़ती है जिसके बाद ही वह पवित्र गुफा और माता के दर्शन कर पाते हैं हालांकि अब प्रशासन एवं सरकार द्वारा इस कठिन यात्रा को आसान बनाने के लिए भी काम किया जा रहा है।
ट्रैकिंग रूट पर श्रद्धालुओं के लिए बैटरी कार, हेलीकॉप्टर, घोड़ा, खच्चर जैसी सुविधाएं पहले से ही दी जा रही हैं लेकिन अब खबर है कि 12 किलोमीटर के कठिन सफर को मात्र 6 मिनट में तय किया जा सकेगा क्योंकि जल्द ही अब वैष्णो देवी की यात्रा रोपवे के माध्यम से की जा सकेगी। आइए जानते हैं इस खबर को विस्तार से
रोपवे से कर सकेंगे माता वैष्णो देवी की यात्रा
माता वैष्णो देवी की दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को 12 किलोमीटर लंबी और कठिन ट्रैकिंग करनी पड़ती है लेकिन अब श्रद्धालुओं को आसानी देने के लिए सरकार द्वारा बड़ा फैसला किया गया है बताया जा रहा है कि ताराकोट मार्ग से सांझी छत तक जल्द ही रोपवे की सुविधा दी जाएगी। इस प्रोजेक्ट के लिए अब जल्द ही टेंडर देने का भी काम किया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि ताराकोट मार्ग के पास दर्शन ड्योडी से 300 मीटर की दूरी पर ही रोपवे का स्टेशन बनाया जाएगा तो वहीं सांझी छत के आसपास भी रोपवे का स्टेशन बनेगा। इन रोपवे स्टेशनों के पास मेडिकल सुविधा के साथ-साथ सभी मूलभूत सुविधाएं भी दी जाएंगी। जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने वाला है।
6 मिनट में ही पूरी होगी यात्रा
बताया जा रहा है कि 12 किलोमीटर लंबी यात्रा मात्र 6 मिनट में रोपवे से पूरी की जा सकेगी। इस रूट पर रोपवे के 14 टावर संभावित हैं। साथ ही कॉन्ट्रैक्ट देने के बाद 36 महीने के अंदर इस रोपवे का काम पूरा होगा। इस रोपवे को शुरू करने का उद्देश्य बुजुर्गों और दिव्यांगों को सुविधा देना है। साथ ही रोपवे के चलने से प्रदूषण कम होगा क्योंकि रूट पर कचरा इकट्ठा नहीं हो पाएगा। इसके साथ ही यात्रियों का काफी समय भी बचेगा। वैष्णो देवी में भवन से भैरव बाबा तब पहले ही रोपवे की सुविधा शुरू की जा चुकी है।