Delhi: नेशनल कैपिटल रीजनल ट्रांसपोर्ट सिस्टम के तहत ही रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के माध्यम से दिल्ली को एनसीआर इलाकों से जोड़ने का काम किया जा रहा है। इसलिए दिल्ली से मेरठ के बीच में रैपिड ट्रेन का संचालन किया जाने वाला है जिसके लिए जोरों शोरों से काम चल रहा है।
इस रैपिड रेल के संचालन शुरू होने के बाद दिल्ली से मेरठ का सफर 1 घंटे से भी कम समय में तय किया जा सकेगा। इतना ही नहीं यह ट्रेन भी हाई स्पीड ट्रेन है। कहा जा रहा है कि यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने की क्षमता रखती है। कहा जा रहा है कि इस रैपिड रेल का पहला फेज अब इसी साल से शुरू होने वाला है। आइए जानते हैं खबर को विस्तार से
जल्द शुरू होनेवाला है रैपिड रेल का संचालन
दिल्ली से मेरठ को जोड़ने वाली रैपिड रेल पर अब तेजी से काम किया जा रहा है। आरआरटीएस की तीसरी टनल के निर्माण का काम भी तेजी से चल रहा है। यह सुरंग 2 किलोमीटर लंबी होने वाली है। कहा जा रहा है कि रैपिड रेल के पहले फेज का काम लगभग पूरा हो चुका है। इस रैपिड रेल का कुछ रूट भूमिगत भी होने वाला है जिस पर निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है।
पहला फेज साहिबाबाद से दुहाई तक बनाया जा रहा है। यह फेस 17 किलोमीटर लंबा होगा जिस पर सबसे पहले रैपिड रेल का संचालन शुरू किया जाएगा। माना जा रहा है कि मार्च तक इस रूट पर ट्रेन का संचालन पहले पेज में शुरू हो सकता है। हालांकि पहले इसका संचालन करने का समय जून में तय किया गया था लेकिन अब इसे मार्च में ही शुरू किया जा सकता है।
बहुत कम समय में तय होगा यह सफर
बताया जा रहा है कि पहले फेज पर रैपिड रेल का ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है इस ट्रेन को ऑपरेशनल तौर पर 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जाएगा। हालांकि यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी दौड़ सकती है। ऐसे में दिल्ली से मेरठ जाने में 1 घंटे से भी कम समय लगेगा। वहीं पूरे कॉरिडोर पर 2025 तक काम पूरा होगा और रैपिड रेल के संचालन को शुरू किया जाएगा।