Delhi: उत्तर प्रदेश के आगरा में तेजी से मेट्रो लाने का काम किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार आगरा डिपो के लिए मेट्रो को पहुंचाया जा रहा है और हाल ही में गुजरात से आगरा मेट्रो के लिए दूसरी खेप भेजी गई है। आगरा मेट्रो बेहद ही सुंदर और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस बताई जा रही है। आगरा मेट्रो का निर्माण 8379.62 करोड़ की लागत से किया जा रहा है।
आगरा मेट्रो का कॉरिडोर 29.4 किलोमीटर लंबा होगा। ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद तक प्रायोरिटी कॉरिडोर बनाया जा रहा है जिसमें तीन एलिवेटेड और तीन भूमिगत स्टेशन है। प्रथम कॉरिडोर ताज ईस्ट गेट से सिकंदराबाद के बीच बनेगा जहां 13 स्टेशन होंगे। आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक दूसरा कॉरिडोर बनेगा जिसमें 14 स्टेशन होंगे।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है यह ट्रेन
जानकारी के अनुसार आगरा मेट्रो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। आगरा मेट्रो को 2024 से आमजन के लिए शुरू करने की पूरी उम्मीद है। इस ट्रेन की सबसे खास बात यह है कि इसमें रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम लगा हुआ है। जिसमें 35% तक ऊर्जा को रीजेनरेट किया जा सकता है। इस ट्रेन से वायु प्रदूषण भी नहीं होगा।
आगरा मेट्रो की क्षमता 974 यात्रियों की बताई जा रही है। इस ट्रेन की डिजाइन स्पीड 90 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है और ऑपरेशन स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है। आगरा मेट्रो सीसीटीवी कैमरे से लैस बताई जा रही है। साथ ही मेट्रो ट्रेन में 56 यूएसबी चार्जिंग प्वाइंट भी लगाए गए हैं।
दिव्यांगजनों को मिलेगी यह खास सुविधा
आगरा मेट्रो में दिव्यांगजनों का भी खास सुविधा मिलने वाली है। आगरा मेट्रो के पहले और आखिरी कोच में व्हीलचेयर के लिए अलग से स्थान बनाया जाएगा। ऐसे में दिव्यांगजनों को भी आसानी होगी। व्हीलचेयर के स्थान के पास ही लॉन्ग स्टॉप बटन भी होगा जिसे दबाकर दिव्यांगजन ट्रेन ऑपरेटर को ज्यादा देर तक दरवाजा खुला रखने के लिए सूचित कर सकते हैं।