फरीदाबाद : हरियाणा के फरीदाबाद शहर में फल, सब्जी एवं अनाज मंडियों का बुरा हाल चल रहा है। कहा जा रहा है कि शहर की मंडियों में काफी फ़ीसदी बूथ और दुकानें बिना मंजूरी के ही चलाई जा रही हैं। इन जगहों पर सीवर और पानी के कनेक्शन भी नियमित नहीं किए गए हैं और हैरानी की बात तो यह है कि आवंटित की गई कुछ दुकानों में तो स्पा सेंटर और किराने की दुकानें चलाई जा रही हैं।
आरटीआई द्वारा मांगी गई जानकारी के अनुसार यह पूरा खुलासा हो पाया है। जानकारी के लिए बता दें कि शहर में डबुआ, सेक्टर 16 और बल्लभगढ़ की फल, सब्जी और अनाज मंडियों में रोजाना करीब एक लाख लोगों की आवाजाही होती है। लेकिन यहां सुविधाओं का काफी ज्यादा अभाव है। शिकायतकर्ता ने ही इसके बारे में पूरी जानकारी दी है। आइए जानते हैं
अनियमितताओं के साथ किया जा रहा है दुकानों का इस्तेमाल
सेक्टर 20 ए निवासी ने बताया कि आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार फल और सब्जी मंडियों में आवंटित की गई दुकानों में अनियमितताओं के साथ दुकानों का इस्तेमाल किया जा रहा है और इन दुकानों में से कुछ में स्पा और किराने की दुकानें चलाई जा रही हैं। इसके लिए कुछ लोगों को नोटिस भी दिए गए हैं लेकिन इसके बावजूद भी कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। बल्लभगढ़ और डबुआ मंडी के बूथ संचालकों ने हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड से इन दुकानों को नियमित करने का आग्रह भी किया है।
लेकिन यह मामला फिलहाल मुख्यमंत्री के पास विचाराधीन है। जानकारी के अनुसार डबुआ और सेक्टर 16 की मंडियों में दुकान के सामने शेड डालने की भी इजाजत नहीं है लेकिन इसके बावजूद भी संचालकों ने टीन शेड डाले हुए हैं। ऐसे में मंडियों में आने वाले लोगों को वाहन पार्क करने में समस्या आती है और मंडियों में जाम की समस्या भी पैदा हो जाती है लेकिन इस पर भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
गंदगी के कारण भी मंडियों का है बुरा हाल
नगर निगम की ओर से जानकारी दी गई है कि सेक्टर 16 की फल, सब्जी व अनाज मंडी के लिए सेक्टर 16 नगर निगम की ओर से कोई भी सीवर कनेक्शन नहीं दिया गया है। पानी कनेक्शन को लेकर नगर निगम ने बताया कि हरियाणा राज्य कृषि विपणन द्वारा कोई कनेक्शन नहीं दिया गया है जबकि हरियाणा राज्य कृषि विपणन द्वारा कहा गया कि मंडी में पहले से ही ट्यूबवेल कनेक्शन है इसलिए पानी का कनेक्शन नहीं दिया गया है। इसी के साथ इस मंडी में गंदगी का भी बुरा हाल है। हल्की बरसात से यहां कीचड़ और पानी जमा होने लगता है लेकिन इस पर भी कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है।