Delhi: अक्सर जीवन में ऐसी कई मुश्किलें आती हैं जिनके सामने व्यक्ति हारा हुआ महसूस करता है लेकिन इन परिस्थितियों से लड़ने वाला है जीत हासिल कर पाता है। आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने कई मुश्किलों का सामना किया लेकिन आज यूपीएससी पास कर अफसर बन चुका है।
यहां हम महाराष्ट्र के छोटे से गांव के रहने वाले नवजीवन पवार के बारे ने बात कर रहे हैं। ही साधारण परिवार से आते हैं। उन्होने कई मुश्किलों का सामना किया लेकिन कभी हार नही मानी और यूपीएससी पास कर आज कई बच्चों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। आइए जानते हैं नवजीवन के सफ़र के बारे में
मुश्किलों ने नही छोड़ा पीछा
महाराष्ट्र के रहने वाले नवजीवन पवार एक साधारण परिवार से आते हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई भी गांव से ही पूरी की है। इसके बाद नवजीवन के पिता ने उन्हें यूपीएससी की तैयारी करने की सलाह दी और नवजीवन भी यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली आ गए जहां उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
लेकिन नवजीवन ने कभी भी हार नहीं मानी और हमेशा मुश्किलों का सामना किया। कहा जाता है कि एक बार उन्हें कुत्ते ने काट लिया था जिससे उनकी पढ़ैबपर बुरा असर पड़ा। एक बार उनके नोट्स का मोबाइल चोरी हो गई थी जिससे उन्हें दिक्कतें आई लेकिन नवजीवन हमेशा पढ़ाई पर ध्यान देते रहे और बुलंद हौसलों से तैयारी को जारी रखा।
अस्पताल में की तैयारी
दरअसल नवजीवन प्री परीक्षा पास कर चुके थे लेकिन मेंस परीक्षा से पहले उन्हें डेंगू हो गया जिसके बाद उनके पिता ने उन्हें नासिक बुला लिया और नवजीवन को अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऐसे में नवजीवन के पिता ने उन्हें ढांढस बंधाया और आगे बढ़ने की सलाह दी। जिसके बाद नवजीवन ने अस्पताल में ही पढ़ाई शुरू की और 2018 की यूपीएससी परीक्षा में 316वीं रैंक लेकर अफसर बनने का सपना पूरा कर लिया।