Delhi: कई बार कुछ लोग संसाधनों के अभाव का हवाला देते हैं और अपने जीवन में हार मानकर बैठ जाते हैं लेकिन वहीं कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो हर मुश्किल में आगे बढ़ते हैं और सफलता के मुकाम को हासिल करते हैं। ऐसे ही एक शख्स की कहानी आज हम आपको बताने जा रहे हैं जिसने कई मुश्किलों के बाद अपने आईपीएस बनने का सपना पूरा किया और आज हर किसी के लिए प्रेरणा बन चुका है।
यहाँ हम केरल के मल्लप्पुरम के रहने वाले मोहम्मद अली शिहाब के बारे में बात कर रहे हैं जिन्होंने अनाथालय में रहकर ही पढ़ाई लिखाई की और कई सरकारी परीक्षाओं को पास कर नौकरी भी हासिल की। लेकिन अब शिहाब IPS बनने का सपना भी पूरा कर चुके हैं।
अनाथालय में गुजारा बचपन
केरल के मल्लप्पुरम के रहने वाले मोहम्मद अली शिहाब एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता बांस की टोकरी और पान के पत्ते बेचने का काम करते थे और इस काम में शिहाब भी अपने पिता का हाथ बंटाते थे। लेकिन 1991 में उनके पिता को कोई बीमारी हो गई जिसके बाद उनके पिता का निधन हो गया और पूरे परिवार की ज़िम्मेदारी शिहाब की माँ के कंधो पर आ गई। उनकी माँ के लिए भी 5 बच्चों का पालन पोषण मुश्किल हो गया।
इसलिए शिहाब की माँ ने अपने तीन बच्चों को अनाथालय में भेज दिया। इसके बाद शिहाब का बचपन अनाथालय में ही गुजरा और यहीं से उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई को भी पूरा किया। इसके बाद शिहाब ने ओपन से स्नातक की डिग्री को भी हासिल किया। साथ ही शिहाब कई सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर रहे थे।
IPS बन पूरा किया सपना
2004 में शिहाब की चपरासी के तौर पर नौकरी लग गई और इसके बाद उन्होंने रेलवे में TTE और जेल वार्डन के पद पर भी काम किया। शिहाब ने 21 सरकारी नौकरी की परीक्षाओं को भी पास किया। लेकिन शिहाब का सपना IPS बनने का था लेकिन पहले दो प्रयासों में उन्हें सफलता नहीं मिल पाई। इसके बाद 2011 में तीसरे प्रयास में शिहाब को 226वीं रैंक मिली और उनका IPS बनने का सपना पूरा हो गया।