सोनीपत : हर साल बहन भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती है और भाई की सलामती की कामना भी करती है। हाल ही में सोनीपत में मिमारपुर यमुना घाट से एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसमे एक बहन ने अपने भाई की जान बचाते हुए रक्षाबंधन का फर्ज़ निभाया है। ज्येष्ठ की अमावस्या पर 5 भाई बहन अपने परिवार के सदस्यों के साथ यमुना में स्नान करने के लिए आए थे।
लेकिन इस दौरान पाँच भाई बहनों में सबसे छोटा भाई यमुना में डूबने लगा तो बहन ने उसे बचाने का प्रयास किया जिसमे भाई की जान तो बच गई लेकिन ये बहन अपने भाई की जान बचाते बचाते यमुना में डूब गई। हालांकि इस बच्ची की तलाश जारी है। आइए जानते हैं
भाई की जान बचाने के लिए बहन ने दांव पर लगाई अपनी जान
ज्येष्ठ की अमावस्या पर यमुना स्नान का बड़ा महत्व माना गया है इसी के चलते रोहतक के राजेराम के पाँच बच्चे अपने परिवार के लोगों के साथ स्नान करने सोनीपत आए थे। इसमें सबसे बड़ी बेटी तुलसी, दूसरे नंबर की खुशी, तीसरे नंबर की आशा, फिर छोटा भाई आशीष और सबसे छोटा भाई अंशु स्नान के लिए आए थे। पांचों एक साथ ही यमुना में स्नान कर रहे थे।
लेकिन तभी अचानक छोटा भाई अंशु पानी में डूबने लगा जिसे पांचों बहन भाइयों ने बचाना शुरू किया। लेकिन बहन आशा ने छोटे भाई अंशु को एक तरफ खींच लिया लेकिन भाई को बचाते हुए खुद डूब गई। जिसके बाद शोर मचा गया और सभी श्रद्धालु वहाँ एकत्रित हो गए। आशा फिलहाल 10वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही हैं।
बच्ची की तलाश है जारी
बताया जा रहा है कि ये हादसा होते ही 5 गोताखोर बच्ची की तलाश में जुट गए लेकिन बच्ची नहीं मिल पाई। मुरथल थाने में ASI की टीम भी मौके पर पहुंची और प्रशसन से सरकारी गोताखोर भेजने के लिए कहा गया। 4 सरकारी गोताखोर भी इस बच्ची की तलाश में जुट गए हैं और बच्ची की तलाश भी जारी है।